1 सभी से मिलकर रहना, होना नही अधीर
सूझ बूझ रखना सदा , हरना सबकी पीर ।
हरना सबकी पीर , सुखद समीर सा बहना
आये जो तूफान , सदा ही हिम्मत रखना ।
हर पल है अनमोल , सोच लो आज अभी से
सबसे करना प्रीत , मिलकर रहना सभी से ।
2 धरती तो सुख धाम है , यह तो स्वर्ग समान
पाले अपनी गोद मे,ममता मयी महान ।
ममता मयी महान, कुछ न कुछ सबको देती
रखना मेरा मान ,यही मां धरती कहती ।
हरियाली से प्यार, हरे पन में खुश रहती
लेती मन को मोह, हरी चूनर में धरती ।
3 पीढ़ी दो के बीच में, कैसा चक्कर हाय
छूट गया है वो देश, यहां बसे हम आय ।
यहां बसे हम आय, याद है अपनी माटी
दूर हुआ है देश ,नही भूले परिपाटी
कहती चन्द्रा आज, बने हैं हम तो सीढ़ी
हम पर करती नाज, हमारी भावी पीढ़ी
4 सुखमय जीवन मन्त्र है,पैसा अपने पास
किसी पे निर्भर न रहें, रहे न कभी उदास ।
रहें न कभी उदास, भला ही सोचें जग का
रखें नहीँ उम्मीद, साथ दें दुख में सबका ।
सुन चन्द्रा की बात, करें ना चर्चा दुखमय
स्वास्थ का हो ध्यान, सदा हो जीवन सुखमय ।
5 रखना अब दिल मे नहीँ,छोटी छोटी बात
दूर तुम सबसे रहना, सुन्दर हो जज्बात
सुन्दर हो जज्बात, सतर्क सदा तुम रहना
सबके बनो सहाय, दुआ जी भरके मिलती ।
सुन चन्द्रा की राय, वक्त का मोल समझना
समय बड़ा बलवान, याद तुम इसको रखना ।
6 शीश नवाया भूमि ने,पूरब का पट खोल
सूरज को अब अर्घ्य दो, जल में श्रद्धा घोल ।
जल में श्रद्धा घोल, किया है मन से पूजन
पंछी करते गान , मौन स्तुति करते जन मन।
देख सुनहरी भोर, आरती थाल सजाया
पहने नव परिधान, धरा ने शीश नवाया।
7 : आती है खुशी खुद ही,बिकती नहीँ बाजार
देने से मिलती यही, मिलती नहीँ उधार ।
घाटे का व्यापार ,मुफ्त में खुशी लुटाना
सबका है अरमान ,खुशी को गले लगाना ।
चन्द्रा की ये राय ,फूल ये चुन चुन लाती
प्रीत रथ पर सवार, खुशी खुद चल कर आती ।
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देश में अनेक महापुरुष और महाकवि जन्मे हैं, जिनकी आभा अपने-अपने क्षेत्रों में आज तक दीप्तमान हैं| उन्हीं में से एक हैं रहीम, जो दूरदर्शिता, दानवीरता, अध्यात्म और साहित्य के अप्रतिम प्रतिमान हैं| Talented India News App
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