Thursday 29 November 2018

आल्हा छन्द/वीर छन्द/मात्रिक सवैया छन्द---

परिचय ---
आल्हा --यह सम मात्रिक छन्द है
4 चरण के इस छन्द में प्रति चरण 31 मात्रा और
    16 - 15 में यति होती है
   विषम पद -(1 -3 ) की 16 वी मात्रा गुरु --2 होती है
   सम पद- (2 -4 ) की 15 वी मात्रा लघु --1 होती है
उदाहरण ---
1 -- कर में ले तलवार घुमाती,दुर्गावती करे संहार
यवन भाग कर जान बचाते ,गिर पड़ करते हाहाकार ।
सरमन उठा सूंड से फेंके,पग तल कुचले मुगल पठान
आसफखां के छक्के छूटे,तोपें लाओ बचे तब जान ।

2  दीपक से घर रोशन होते,जग भर में फैले आलोक
घोर अमावस दीप जलाकर,अँधियारे को देते रोक ।
जला पड़ोसी के घर  दीपक, हर बढ़ाना है सहयोग
खुशियों का त्योहार मनाएं,पांच दिवस तक सारे लोग ।

No comments:

Post a Comment