Monday 18 September 2023

कुछ गीतों के बिखरे मोती ---= छोटे-छोटे गम है,

छोटे छोटे गम है, छोटी-छोटी खुशियां
 छोटे-छोटे मुख की,  बड़ी-बड़ी बतियां

छोटे-छोटे पांव हैं , लंबा ये  सफर है
 छोटे-छोटे कदमों से, मिटती हैं दूरियां.

 छोटी-छोटी उलझनें , छोटी-छोटी रंजिशें 
 भूल इन्हें आगे बढ़ें, स्वर्ग सी है दुनियां. 

 छोटी-छोटी भूल से, बढ़ती दरारें  हैं
 छोटी-छोटी कोशिशें से, दूर नहीं खुशियां.

 छोटी-छोटी चाहतें , छोटी छोटी राहतें
 पल ना गँवाना यूं ही, बीत जाए सदियां. 

 छोटी छोटी अंखियों के, बड़े-बड़े सपने
 छोटी-छोटी कश्तियां, हारी  बड़ी नदियां.

 तन तपन मिटाती है, प्यास बुझाती हैं 
  अंबर से बरसें  जो, छोटी-छोटी बूंदियां. 

 डॉ चंद्रावती नागेश्वर 
रायपुर छत्तीसगढ़





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