1 : जो बहन यम राज की है,नाम यमुना जान
वह लगाती तिलक मस्तक,होय आयुष्मान ।
पावन प्यार है बहन का,यम करे गुणगान
भाल तिलक निहार के यम ,दे अभय का दान ।
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2 छुप गया है चाँद देखो,ओढ़ काली रात
ढूंढते सब दीप ले कर,है बनी फिर बात ।
दीप की बारात निकली,रौशनी सौगात
घेर कर जो तम खड़ा था,खा रहा अब मात ।
3. : मन बना पागल भटकता ,देख लो सब ओर
था जिसे तू खोजता तब ,मौन वह चित चोर ।
है बसा वह हर जगह ही,बस उसे पहचान
खोज ले भीतर वही है,अब उसे तू जान
4 चाँद था प्यारा खिलौना, मिलती खुशी भरपूर
देख उसको खेलती मैं,पर रहे वह दूर ।
है वही मामा सभी का,बात यह मशहूर
चाँदनी बांटे सभी को, जो उसी का नूर ।
5 हैं निहारें नयन मेरे,दर्श दो भगवान
शरण पाना चाहता हूं, हे करुणा निधान ।
घेरती माया घनेरी ,दो मुझे अब ज्ञान
बल विद्या तो दीजिये अब, हे प्रभु वरदान।
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