1 नदिया के दो कूल हैं , ......बहे बीच में धार
जीवन तो इक नाव है , सुख -दुःख दो पतवार
2 मैदानों से परवत को , करे नर्मदा पार
उछल कूद करती चढ़े , वेगवती है धार
3 सोन नदी बहती जहां , हरी भरी है दूब
इसकी रेत में बिखरे , सोने के कण खूब
4 हसदेव के आंचल में , कोयला भरा अपार
बिजली रखती कोख में , विद्युत सी जलधार
5 राजीव लोचन मन्दिर , महानदी के पास
पावन तीरथ धाम है , करे पाप का नाश
6 हमको तो जीवन मिला , पीकर अरपा नीर
इसकी पावन छुवन ही , हर ले सबकी पीर
7 माँ गंगे भव तारिणी ,कर पापों का नाश
तेरी शरण में हम हैं , भर दे पुण्य प्रकाश
8 यह नगरी है अवध की , जन्म लिये प्रभु राम
कण कण चंदन हो गया , सरयू पूरण काम
9 अचला के आंचल भरे , अक्षय रत्न अपार
नदिया पर्वत पेड़ सब , इसका करें श्रृंगार
10 जन्मे हैं श्री हरि जहां , धन्य भूमि ब्रज धाम
चरणों को छू धन्य हुई , यमुना करे प्रणाम
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******* जिंदगी ******
1. मानुष तन अनमोल है , पल पल कर उपयोग
थोड़े दिन की जिंदगी , व्यर्थ गंवाते लोग ।
2 जीवन में मिलता सदा , कर्मवीर को मान
वक्त बहुत है कीमती , जीवन कर्म प्रधान ।
4 परिवर्तन ही जिन्दगी , पल पल बदले रूप
धूप छाँव के साथ में , निखरे रूप अनूप ।
5 जीवन के संग्राम में , सबकी अपनी चाल
सबके अपने अस्त्र हैं , सबके अपने ढाल ।
6 - कठिन बहुत जीवन की डगर ,लगता पर आसान
सोच समझ कर पग धरें , रखें स्वयं का ध्यान ।
7 तन - मन हैं दो कूल सम, बहे वक्त की धार
जीवन तो इक नाव है , सुख -दुःख दो पतवार
8 जीने का मौका मिला , इसकी कीमत जान
जिसने अवसर खो दिया , वह तो है नादान ।
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