Sunday 11 February 2018

दोहावली-------आंसू----

1   छलके आंसू नयन से ,कह दे दिल की बात
      मिलते ही अपनत्व ये ,  कर देते  बरसात ।

2   बहते आंसू  आँख के ,     नारी के  हथियार
       काम बड़े भी कर सके , जो न करे हुशियार ।
 
3     आंसू असली ही लगे ,  कलाकार के संग
       नकली हो कर मात दे , कर दे सबको दंग ।

4   आंसू भरकर आँख में , सच का पहन लिबास
       छलता जब कोई हमे  ,    उठ जाता विश्वास ।

5    गंगा सी निर्मल यही      ,   अंतर्मन को धोय
      करुणा की सहगामिनी , आंसू सम को होय ।

6.   सुख  दुःख दोनों में बहे ,     दर्शाये मन भाव
      नयन नीर यह अजब है , रखता गजब प्रभाव ।

7     बिन बोले कह दे सभी , चुपके से मन पीर 
        भाषा ऐसी जानते ,       नयनो के ये नीर ।

8     देता सुख में ख़ुशी भी , दुःख में करे अधीर
        आंसू  इसका  नाम है , हर ले मन की पीर ।

9    आंसू ही शक्ति बन कर , जग में जीत दिलाय
      कमजोरी बन कर  यही , जग उपहास कराय ।

10  आंसू  का दरिया बहे  ,  फिर  भी बाढ़ नआय
      आँखों को यह तर रखे , फिर भी मुख मुरझाय ।

11.  साथ रहे हर पल यही ,     हमे बंधाते धीर
       मन को लगती चोट  जब , आंसू हरते  पीर ।

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