1 लाखों कवि लेखक लिखें , नहीं कलम में धार ।
ऐसा अब क्यों हो रहा , आओ करें विचार ।
2 कलम चढ़ा लें सान पर , तीखी कर लें धार ।
जन जागृति का लक्ष्य ले , आओ करें विचार ।
3 बुझती मन की आग है , जला सकें इक बार ।
सफल बनें यह लेखनी ,इस पर करें विचार ।
4 कलम पुजारी ठान लें , करें शक्ति संचार ।
जन जन हों चैतन्य अब , कुछ तो करें विचार ।
5 लिखते रहे जो कल तक , वह थी बीती बात ।
आओ करें विचार हम , कुछ तो दें सौगात ।
6 बचपन से पढ़ते रहें , बड़ी नही तलवार ।
आओ करें विचार हम , बढे कलम की धार ।
7 सवा करोड़ जन रहकर , करें न सोच विचार ।
स्वाभिमान कैसे जगे , आओ करें विचार ।
8 मिल जुल कर हल खोज लें , जीवन के दिन चार । कब बदलेगा हाल यह , कर लें खूब विचार ।
9 बिगड़े सारे काम जब , करते सोच विचार थोड़े दिन की ज़िंदगी, सोचें दसियों बार ।
10 कलमकार ऐसा लिखें,सब जन जाएँ जाग
जन मन मे हम फूंक दें, देशभक्ति की आग ।
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