Sunday 4 February 2018

दोहावली------- विचार -----(दोहलय)

1    लाखों  कवि लेखक लिखें  , नहीं कलम में धार ।
     ऐसा अब क्यों हो रहा  ,        आओ करें विचार  ।

2     कलम चढ़ा लें सान पर ,   तीखी कर लें धार ।
       जन जागृति का लक्ष्य ले  , आओ करें विचार ।

3      बुझती मन की आग है , जला सकें इक बार  ।
        सफल बनें यह लेखनी ,इस पर करें विचार ।

4     कलम पुजारी ठान लें ,      करें  शक्ति संचार ।
       जन जन हों चैतन्य अब  , कुछ तो करें विचार ।

5     लिखते रहे जो कल तक  , वह  थी बीती बात ।
      आओ करें विचार हम ,  कुछ तो दें   सौगात  ।

6      बचपन  से पढ़ते रहें ,   बड़ी नही तलवार ।
      आओ करें विचार हम ,   बढे कलम की धार  ।

7  सवा   करोड़ जन रहकर , करें न सोच  विचार ।
      स्वाभिमान  कैसे  जगे ,   आओ करें   विचार  ।

8   मिल जुल कर हल खोज लें , जीवन के दिन चार ।     कब बदलेगा हाल यह ,       कर  लें खूब  विचार   ।
 

9   बिगड़े  सारे  काम जब  , करते सोच  विचार               थोड़े  दिन की ज़िंदगी,   सोचें दसियों  बार  ।

10  कलमकार ऐसा लिखें,सब जन जाएँ जाग
    जन मन मे हम फूंक दें, देशभक्ति की आग ।
         

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