Wednesday 14 March 2018

ध्यान - मेडिटेशन

1    आशायें होंगी फलित ,मन में हो उत्साह
    करें ध्यान नित लोग यदि, हो आनंद प्रवाह ।

2   अपने भीतर ही मिले ,जीवन का संगीत
     अपने भीतर झांक लो ,खुद से क्र लो प्रीत
 
3   देता मन को शक्ति यह, करता दूर प्रमाद
      अंदर बैठा ईश है,     रोज करें संवाद ।

4  तन को सुंदर  सब करें, मन को करें न कोय
         जो मन को सुंदर रखे,  जीवन सुंदर होय ।

5      जीवन अर्थ तभी मिले,जब हो सही तलाश
         तन की कैद में मन है, वही बनाता  पाश ।

6  जीवन सरगम लिख रहे , कातर ध्वनि के साथ
    मन की कुंजी सोच है  ,   वही नही   है हाथ ।

7   दिशाहीन   यह मन बहे , तात को करे न पार
      वह लहरों से जूझता ,     टकराता हर बार  ।

8    गहरी सांसे तो सदा   , अन्तस् का वरदान
      तन मन को ताजा करे ,लगता प्रभु में ध्यान ।

9    समय  बद्ध हर काम हो , खुद को दें पहचान
       जीवन को इक अर्थ दें ,  मुख पर हो मुस्कान

10  जीवन तो अन्मोलहै  ,पल पल बीता जाय
       अब कुछ ऐसा कर चलें ,जो सबके मनभाय

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