1 शिक्षित हो परिवार, जग में मिलता है मान
मिटता है अज्ञान, सबकी ही बढ़ती शान ।
मिलकर करें प्रयास, सभी मिल कदम बढायें
सतत करें अभ्यास, सभी से इज्जत पांयें ।
2 पर हित खातिर काज, कभी तो जग में कर लें
खुश हो सकल समाज ,सोच यही अब रख लें ।
सीधा सरल उपाय , ज्ञान वान बिटिया करें
बेटी का सद्ज्ञान , परिजन के सब दुख हरे ।
3 रख मन में हिम्मत,कभी न छोड़ो आशा
कर ले खूब प्रयास, दूर तब रहे निराशा ।
अपने पर विश्वास ,मनुज यदि चाहे करना
लिखते हैं इतिहास,जानें नही वो डरना ।
4 अनुभव देता ज्ञान ,सभी को राह दिखाता
उसका बेड़ा पार,जिसे यह पाठ पढ़ाता ।
सहज नही ये ज्ञान , संग धीरज के आये
करे राह आसान,सदा विश्वास बढ़ाये ।
5 ठग होते चालाक ,कभी कुछ भी न बोले
साजिश करते मौन, बहुत ही दिखते भोले ।
इनसे रहना दूर , ध्येय पथ पर ही चलना
ख़ुद पर रख विश्वास , सदा ही बढ़ते रहना ।
6 अगर लगी हो प्यास , कुंए तक प्यासा जाता
प्यासे जन के पास , कूप स्वयं नही आता ।
सीखा जो भी ज्ञान , व्यर्थ कभी नही होता
सौ प्रति शत सच बात , मनुज बिन कारण रोता ।
7 झुलसे हैँ सब बाग , फूल तो फिर भी खिलते
सह कर रवि का ताप , रात को यही महकते ।
मन में हो आमोद , ख़ुशी से सभी चहकते
चिंता करें अपार , वही तो रोया करते ।
8 शब्द शक्ति शिव ज्ञान, भाव यह मन में करना
लय पर देना ध्यान , शब्द को चुनकर रखना ।
पावन पूजन कर्म , तभी तो लेखन बनता
उर में रहे उछाह , सभी के मन यह बसता ।
9 समय बड़ा बलवान, मान तुम इसका रखना
सुन लो मेरी बात , वक्त का मोल समझना ।
मिले न बारम्बार , गया पल नहीं ठहरता
मान और सम्मान , विनय संग हरदम रहता ।
10 गई जिन्दगी बीत , किया नही कुछ हम ने
अभी समय विपरीत , सदा यह सोचा मन में ।
दिवस माह के साथ , साल साल कई बीते
मन में रहा मलाल , रहे हम तो बस रीते ।
11. छोटी छोटी बात,नहीं तुम मन में रखना
कर जाते कमजोर, दूर इन सबसे रहना |
रखना अपनी सोच सदा ही ऊंची करके
रहना तुम खुश हाल, दुआ मिलती जी भरके ।
12. मन तो भरे उड़ान,बना मन एक परिन्दा
सुनते मन की बात,रखे है मन ही जिंदा ।
करें सोच कर काम,वही तो राह बनाते
घर मे आता चैन,शरण मन की जो पाते ।
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