1 सहज नहीं है जीवन इतना ,सुन लो मेरे यार
कदम कदम पर रस्ता रोके,कठिन वक्त की मार ।
2 हाथ जोड़ कर चलते हैं हम,लेकर नरियल फूल
माथे चंदन सजा हुआ है,छत्तीस गढ़ का धूल ।
3 बंद हुए सारे दरवाजे , हुआ नहीं अंधेर
मन के खोलो द्वार अभी ही,नहीं हुई है देर ।
4 जीव जगत में होता है ,ईश्वर का प्रति रूप
खोल के मन कीआंखें देख , ,दिखता उसका रूप ।
5 कुछ पल मिले सुकून भरे फिर,मिले सभी का प्यार
बुरा वक्त भी कट जाएगा। , मन भाये संसार ।
6 अपनी भूलों से लो शिक्षा,जीवन हो आसान
बन जाओगे तुम्हीं चहेते , मीठी रखो जुबान ।
7 सरकारें यदि रखे व्यवस्था ,सदा चाक चौबंद
जनता को भी रहना होगा ,नियमों का पाबंद ।
8 यादें होती खुशबू जैसी,महकाएं मन बाग
बंद रहे दरवाजे तो भी,गाती मोहक राग ।
9 हार न माने बाधाओं से ,वह तो है खुद्दार
नहीं चाहता झुक जाए वह,करे मौत स्वीकार ।
10 जीवन के पन्ने पर लिखलो,सत्कर्मो की चाह
आये कभी जो मुश्किलें तो ,वही दिखाता राह ।
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