1 समय चक्र पर उम्र लपेटे हम, मन सपना पलता
जीवन का आबंटन कितना,पता नहीं चलता।
2 दुख के कांटे खूब बटोरे,फूलों सी महके
खुशियों की किलकारी बेटी,घर आँगन चहके ।
3 चाँद सितारे सूरज तुम ही,शत शत नमन करूँ
मेरी धड़कन में रहना तुम, निश दिन ध्यान धरूँ।
4. बूढ़े सपने जब सच होते ,सब सुख से रहते
कष्ट कंटकों से फूलों का,पथ प्रशस्त करते।
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(5 )उनका ही व्यक्तित्व निखरता,खुद को जो समझे
समय साध कर जीवन जीते, होते वो सुलझे ।
(6) दृढ़ निश्चय जो करें हृदय में,नया सृजन करते
लक्ष्य बना कर जो चलते हैं, सफल वही रहते ।
7 बहुत नचाता है मन चंचल, सावधान रहना
खूब नचालो चंचल मन को,यत्न यही करना।
8 आरक्षण की हवा चली है, प्रतिभा क्षरण करे
जाति भेद की गहरी खाई, मन के चैन हरे ।
9 हिलती है बुनियाद देश की,चिंता कौन हरें
श्रम -प्रतिभा को मान मिले यह, सार्थक पहल करें।
10 राह चलें आदर्शों की मन,स्वाभिमान जागे
भारत को ले जाना हमको,सबसे ही आगे।
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