Saturday 16 February 2019

लावणी -छन्द (कुकुभ छन्द) परिचय-


-- 2  पद --चार चरणों का यह छन्द है

--- प्रत्येक पद  में कुल 30 मात्राएँ होती है

--   16 और 14 में यति होती है

--  विषम चरण में 16 मात्रा

--- सम चरण में 14 मात्रा

---सम चरण अर्थात ( 2 --4 ) में चरणान्त में दो गुरु
      (   समान्त में 2- 2

कागज के वह  पंख बना कर,सङ्ग डोर के रहती है
मन के भाव हवा के जैसे, बड़े मौज से उड़ती है ।

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